सफेद चूहा एक ऐसा पालतू जानवर है जिसके बारे में कई मिथक और कथाएं प्रचलित हैं। इसके बारे में कुछ लोग मानते हैं कि इसे पालना शुभ होता है, तो कुछ लोग इसे अशुभ मानते हैं। आइए जानते हैं कि सफेद चूहा पालने के फायदे और नुकसान क्या हैं। यदि आप भी अपने घर मे सफेद चूहा पालने का विचार बना रहे है तो उन से जुड़ी सारी जानकारी के लिए हमारे आर्टिक्ल को पूरा पढ़ें।
सफेद चूहा पालना शुभ है या अशुभ
सफेद चूहा अपने रंग के कारण शुभ माना जाता है। हिन्दू धर्म में चूहे का विशेष स्थान है। ये भगवान गणेश जी का वाहन माना जाता है। भगवान गणेश को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। जिस कारण सफेद चूहा पालना शुभ माना जाता है।
जबकि कुछ लोगों के लिए यह अशुभता का प्रतीक है। वास्तव में, इसका पालन किसी व्यक्ति के विश्वासों और संस्कृति पर निर्भर करता है।
सफेद चूहा पालने के फायदे:
- सफेद चूहा का रंग: सफेद चूहे का रंग शुभता और साफ-सुथरापन का प्रतीक माना जाता है। इसलिए कई लोग इसे घर में पालते हैं।
- मानसिक रूप से शांति: कई लोगों को मानसिक शांति के लिए चूहे पालना अच्छा लगता है। उनके साथ खेलना और समय बिताना भी एक प्रकार का खुशहली और ताजगी का स्रोत होता है।
- कम खर्च: सफेद चूहा पालने के लिए आपको ज्यादा खर्च भी नहीं करना पड़ता। ये लगभग घर मे मिलने वाली खाने की सभी छीजे खा लेता है। इस लिए इसको पालना आसान और कम खर्चे वाला शोक है।
- विचारशीलता को बढ़ावा: बच्चों को सफेद चूहे को देखकर विचारशीलता बढ़ती है। वे उनके व्यवहार और संवेदनशीलता को देख कर जिज्ञासा से भर उठते हैं।
- कम कीमत: सफेद चूहा आसानी से बाजार मे उपलब्ध होते है। इनकी प्रजनन दर की वजह से इनकी संख्या जल्दी बढ़ जाती है जिस कारण इनकी कीमत कम होती है।
सफेद चूहा की कीमत पर हम आगे संक्षेप मे बताएँगे।
सफेद चूहा पालने के नुकसान
- बीमारियों का खतरा: सफेद चूहे को ध्यानपूर्वक देखभाल के बिना व्यावसायिक तौर पर पालने पर वह आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके कारण एलर्जी और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। चूहो मे बीमारिया जल्दी फैलती है। इस लिए सफेद चूहा लेने से पहले ध्यान रखे की वह स्वस्थ हो। और उसको टिककरण क्रूर करवाए ।
- समय की मांग: चूहों को संभालने के लिए आपको उनके लिए अलग से स्थान, खाना, और समय निकालना पड़ता है। यह बड़ी जिम्मेदारी और समय की मांग करता है।
- कीटों का खतरा: सफेद चूहे आपके घर के लिए कीटों और जीवों के लिए एक आकर्षण हो सकते हैं, जो आपके परिवार के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। इनके मल और पेशाब मे बैक्टीरिया भी पैदा हो सकता है जिस से परिवार के सदस्यों को एलर्जी हो सकती है।
- गंदी महक: सफेद चूहे के पेशाब मे से काफी गंदी महक आती है, जो आपके घर के वातावरण को खराब केआर सकती है इसके लिए आपको उनकी सफाई पर विशेष धीं देना पड़ेगा।
सपने में सफेद चूहा देखना:
अगर आपने सपने में सफेद चूहा देखा है, तो इसका अर्थ आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव का संकेत हो सकता है। यह एक संकेत हो सकता है कि आपको अपने आसपास की चीजों को नए नजरिए से देखने की आवश्यकता है।
सफेद चूहा की कीमत (white rat price)
सफेद चूहे की कीमत विभिन्न इलाकों और उसकी जाति पर निर्भर करती है। इसकी कीमत लगभग 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की हो सकती है। लेकिन यदि आप विशेष जाति के सफेद चूहे की बात करें, तो उसकी कीमत और बढ़ जाती है।
Cities | Price |
white rat price in Kerala | 100 Rs – 500 Rs |
white rat price in Delhi | 100 Rs – 500 Rs |
white rat price in Kolkata | 100 Rs – 500 Rs |
white rat price in Hyderabad | 100 Rs – 500 Rs |
white rat price in Mumbai | 100 Rs – 500 Rs |
white rat price in Bangalore | 100 Rs – 500 Rs |
सफेद चूहा क्या खाता है:
सफेद चूहा एक छोटा जानवर होता है जो अधिकतर अनाज, अंडे, और छोटे कीड़ों को खाता है। इसके अलावा, उन्हे घर में बनने वाली गेहूँ की रोटी, फल, पनीर, चावल और हरी कच्ची हरी सब्जिय भी दे सकते है।
बाजार मे सफ़ेद चूहो के लिए बना बनाया फूड भी उपलब्ध होता है।
ये भी पढ़ें: Sugar Glider Price In India 2024 | शुगर ग्लाइडर का खाना, संभाल | देखभाल की पूरी जानकारी
सफेद चूहा की कीमत:
सफेद चूहे की कीमत विभिन्न इलाकों और उसकी जाति पर निर्भर करती है। सामान्य रूप से, यह 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की हो सकती है। लेकिन यदि आप विशेष जाति के सफेद चूहे की बात करें, तो उसकी कीमत और बढ़ जाती है।
सफेद चूहा कितने दिन में बच्चा देता है
सफेद चूहे की गर्भावस्था और उसके बच्चे का जन्म काफी दिलचस्प होता है। एक सामान्य सफेद चूहा लगभग 18 से 21 दिनों के बाद अपने बच्चों को जन्म देता है। इसके बावजूद, यह अपेक्षा की जा सकती है कि बच्चों का जन्म कितने दिनों में होता है, वे आमतौर पर 19 से 21 दिनों के बीच होता है। जन्म के दोरान बच्चो के शरीर पर एक भी बाल नही होता।
सफेद चूहे के नवजात बच्चो को पिंकिस कहा जाता है
सफेद चूहे के बच्चे की देखभाल माँ का दायित्व होता है। जब बच्चे पैदा होते हैं, तो माँ चूहा उन्हें अपनी मुख्य गोद में रखकर उनकी देखभाल करती है। वह उन्हें अपनी गर्मी में सुरक्षित रखती है तथा उन्हें खाने का सही आहार प्रदान करती है।
जब बच्चे कुछ हफ्ते के हो जाते हैं, तो वे अपने आप खाना खाना सीखते हैं। धीरे-धीरे वे माँ के साथ घूमने लगते हैं और अपने पर्यावरण को समझने लगते हैं।
ध्यान दे
सफेद चूहा एक अनोखा पालतू जानवर है जिसके बारे में कई मान्यताएं और कथाएं हैं। इसके पालने के फायदे और नुकसान होते हैं, लेकिन सही देखभाल के साथ, यह आपके घर में अच्छे साथी बन सकता है। इसलिए, अगर आप इसे पालना चाहते हैं, तो सावधानी और समझदारी से पालें।
ये भी पढ़ें: Hamster Price in India 2024 | हैम्स्टर की कीमत, प्रजातियाँ और देखभाल की पूरी जानकारी